RT Documentary | Hindi
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देखिए रूस और दुनिया भर से असली और दिलचस्प कहानियां, हिंदी में!
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🇷🇺 🇮🇳 गांधी पर तोलस्तोय का प्रभाव!

रूसी साहित्यिक दिग्गज लेव तोलस्तोय और युवा मोहनदास करमचंद गांधी वास्तव में कभी एक दूसरे से नहीं मिले। लेकिन उन दोनों के बीच का पत्राचार बहुत ही महत्वपूर्ण साबित हुआ, क्योंकि तोलस्तोय ने न केवल गांधी के अहिंसा में अटूट विश्वास को और मज़बूत किया, बल्कि सत्याग्रह और स्वदेशी की उनकी विचारधाराओं पर भी एक गहरा प्रभाव छोड़ा।
तोलस्तोय और गांधी के बीच पत्रों के आदान-प्रदान ने गांधी को मानवाधिकारों, सामाजिक न्याय और राजनीतिक प्रतिरोध की गहन समझ की दिशा में उनकी परिवर्तनकारी यात्रा के लिए प्रेरित किया था। इस पत्राचार के माध्यम से, गांधी को दुनिया भर में सम्मानित साहित्यकार से सहयोग और प्रोत्साहन मिला। पर इसकी शुरुआत कैसे हुई? जानिए हमारे वीडियो में!

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🚀️🌑 चांद पर उतरने की दौड

भारत के चंद्रयान-3 मिशन के ठीक बाद, रूस के रोसकोसमोस ने आज चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर अपना लूना-25 चंद्रमा मिशन लॉन्च किया है। एक दूसरे से टकराने के खतरे से बचने के लिए, दोनों मिशनों ने अलग-अलग लैंडिंग क्षेत्र चुने हैं।

लूना-25 चांद के ध्रुव के पास बर्फ की खोज के मिशन पर निकला है, और चंद्रयान-3 सुरक्षित लैंडिंग, रोवर की गतिशीलता जांचने और वैज्ञानिक प्रयोग करने के लिए लॉन्च किया गया है। चंद्रमा अन्वेषण के इस युग में, ये एक ऐतिहासिक पल है! आपके अनुसार कौन सा मिशन सबसे पहले चंद्रमा पर उतरेगा? आप किस मिशन को इस रेस में जीतते देखना चाहते हैं?

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📚 बचपन की वो परियों की कहानियों वाली पसंदीदा किताबें, कहां से आती थी, कभी सोचा?

क्या आपने ‘देनीस की कहानियां’, ‘पापा जब बच्चे थे’, और ‘नजानू की कहानियां’ जैसी किताबें पढ़ी हैं? क्या आपने बाबा यागा, इवान मूर्ख या राजकुमारी वासिलिसा का नाम सुना है? ये किताबें और पात्र, 70 और 80 के दशक में पले-बड़े रूसी और भारतीय बच्चों के बचपन का एक अटूट हिस्सा थे!

रूस में शीत युद्ध के दौरान और भारत को आज़ादी मिलने के बाद, सोवियत संघ और भारत की दोस्ती और भी गहरी हो गई थी। इसी दोस्ती के तहत, सांस्कृतिक क्षेत्र में, लगभग अगले 30 सालों तक, प्रोग्रेस और रादूगा प्रकाशन, सालाना कई लाखों अनूदित किताबें भारत भेजने लगें। ये किताबें न केवल बहुत ही उत्तम कागज़ पर छापी जाती थीं, और इनमें बेहद सुंदर चित्र होते थे, बल्कि वो बहुत सस्ती भी थीं। आज भी उस पीढ़ी के लोग इन किताबों के दीवाने क्यों हैं, जानिए हमारी वीडियो में !


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🛢 क्या आप जानते हैं?

भारत में दो प्रमुख तेल कंपनियों के ज्वाइंट वेंचर, ब्रिटिश कंपनी बर्मा ऑयल कंपनी और डच और ब्रिटिश वेंचर रॉयल डच शेल ने विज्ञापन फिल्म सहित प्रिंट और ऑडियो-विजुअल मीडिया में विज्ञापन, प्रचार और प्रचार सामग्री में भारी निवेश किया।

1954 से 1958 तक, उन्होंने लगभग 40 फिल्मों का निर्माण करने के लिए कनाडा के राष्ट्रीय फिल्म बोर्ड के जेम्स बेवरिज सहित अपनी प्रचार संबंधी डॉक्यूमेंट्री फिल्मों पर काम करने के लिए प्रतिष्ठित फिल्म निर्माताओं को लगाया। उनमें से कुछ सांस्कृतिक थे, कुछ औद्योगिक, जैसे “टिन फॉर इंडिया” जो मिट्टी के तेल के टिन के उत्पादन और उनके घरेलू उपयोग के सभी चरणों को दर्शाता है।

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🚀 पृथ्वी से परे एक यात्रा: राकेश शर्मा की स्पेस ओडिसी 🌌

अप्रैल 1984 में, राकेश शर्मा ने सोवियत अंतरिक्ष यान ‘सोयुज टी-11’ पर कदम रखकर इतिहास में अपना नाम दर्ज किया। उनका मिशन? अंतरिक्ष स्टेशन ‘सैल्युट 7’ पर 8 दिनों का असाधारण प्रवास। मानव जाति के लिए एक बड़ी छलांग। विशेष रूप से, शर्मा को इस ब्रह्मांडीय यात्रा की तैयारी के लिए रूस में कठोर प्रशिक्षण से गुज़रना पड़ा।

लेकिन इस लौकिक कथा में और भी बहुत कुछ है। एक व्यक्ति की इस यात्रा के पीछे इसरो और सोवियत अंतरिक्ष एजेंसी रोस्कोस्मोस के बीच एक उल्लेखनीय साझेदारी हुई। 🌍वो जहाज जो शर्मा को ले गया था, सोयुज अंतरिक्ष यान, भारत और रूस के बीच आसमान को पाटने वाली स्थायी दोस्ती का एक प्रमाण था।

अंतरिक्ष से भारत के बारे में पूछे जाने पर उनके गहन शब्दों को कौन भूल सकता है? "सारे जहां से अच्छा" - एक भावना जो आज भी राष्ट्रीय गौरव और एकता के साथ गूंजती है। आइए इस लौकिक उपलब्धि का जश्न मनाएं जो हम सभी को प्रेरित करती रहती है। 🇮🇳🛰️


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🇮🇳 🤝 🇷🇺 गोवा की आज़ादी में रूस का योगदान!

भारत को अंग्रेज़ों से 1947 में आज़ादी मिल गई थी। लेकिन तब भी देश के कुछ हिस्से ऐसे थे जिन्होंने आज़ादी का सूरज चढ़ते नहीं देखा। भारत के तटीय राज्य गोवा पर, देश की आज़ादी के 10 सालों बाद भी, पुर्तगाल ने कब्ज़ा किया हुआ था।

3 अप्रैल, 1961 में भारत ने गोवा को पुर्तगालियों से वापस लेने के लिए ‘ऑपरेशन विजय’ लॉन्च किया। तब से ये दिन ‘गोवा स्वतंत्रता दिवस’ के रूप में मनाए जाने लगा। गोवा की आज़ादी के इस सफर में, रूस ने एक बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। हमारे वीडियो में आप इस अद्भुत कहानी को नए रंगों में देखेंगे, जैसा आपने पहले कहीं नहीं देखा होगा! तो आइए एक नज़र डालते हैं!

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🇮🇳स्वतंत्रता दिवस की आपको बधाई!

भारत के 77वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर RT डॉक्यूमेंट्री, विविध संस्कृतियों और लोगों के अद्भुत संगम की भूमि भारत के देशवासियों को, रूस की तरफ से आज़ादी की हार्दिक शुभकामनाएं व बहुत-बहुत बधाई देता है! दो ऐसे देश जो इतिहास और दोस्ती के गहरे संबंधों को साझा करते हैं। आइए हम स्वतंत्रता की उस भावना का जश्न मनाएं जो हमें सीमाओं के पार एकजुट करती है। हम दिल से दुआ करते हैं कि इन दो महान राष्ट्रों का भविष्य सदैव उज्ज्वल हो!

आप सभी को स्वतंत्रता दिवस की ढेर सारी शुभकामनाएं!


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Forwarded from RT हिंदी
🇷🇺 राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने स्वतंत्रता दिवस पर 🇮🇳 को दी बधाई

उन्होंने कहा कि भारत के साथ संबंध रणनीतिक तौर पर काफी अहमियत रखते हैं। राष्ट्रपति पुतिन ने भारत की सफलताओं का जिक्र किया और कहा कि अंतरराष्ट्रीय मुद्दों को सुलझाने में भारत की भूमिका अहम है। टेलीग्राम चैनल के जरिए रूसी राष्ट्रपति ने सभी भारतीय नागरिकों की सुख-समृद्धि की कामना की।

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🌍 ब्रह्मांड के पार से संदेश!


भारतीय कॉस्मोनॉट राकेश शर्मा पहले भारतीय थे जिन्होंने अंतरिक्ष की यात्रा की। जब वे अंतरिक्ष में थे तो तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने उनसे तफ़सील में बात की। हल्की-फुल्की बातचीत के बीच राकेश शर्मा ने एक ऐसी बात कही, जो इतिहास में दर्ज हो गई। श्रीमति गांधी ने जब पूछा कि “ऊपर से भारत कैसा दिखता है?” तो राकेश शर्मा ने जवाब दिया “सारे जहां से अच्छा!”

इस सफर को सफल बनाने में सोवियत यूनियन का बड़ा हाथ रहा, जिसका ज़िक्र श्रीमति गांधी ने भी किया। उन्होंने कहा कि ‘ये उड़ान भारत और सोवियत यूनियन के बीच मैत्री की एक सुंदर मिसाल है’। धरती पर वापस लौटने के बाद राकेश शर्मा को USSR ने ‘हीरो ऑफ सोवियत यूनियन’ सम्मान से भी नवाज़ा। क्या आप जानना चाहते हैं कि श्रीमति गांधी और राकेश शर्मा ने और किन मुद्दों पर बात की?

जानने के लिए ज़रूर देखिए ये दिलचस्प चर्चा!

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🤝 अटल बिहारी वाजपेयी और गेन्नादी के बीच ये दिलचस्प बातचीत

रूसी संसद के अध्यक्ष गेन्नादी सेलेज़नेव ने 1 मार्च, 2000 को नई दिल्ली में स्थित भारत के संसद भवन में तत्कालीन भारतीय प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी से हाथ मिलाए।

ये घड़ी इतिहास में दर्ज हो गई। उनकी साझा हंसी दोनों देशों के बीच के आपसी सौहार्द और सम्मान का प्रतीक है। आज, हम भारत के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की पुण्यतिथि पर उन्हें श्रद्धांजलि देते हुए उनके मूल्यों, सिद्धांतों और विचारों का सम्मान करते हैं।
आपको क्या लगता है ये दोनों क्यों हंस रहे हैं? इसके पीछे की कहानी क्या हो सकती है? हमें कमेंट्स में बताएं!

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🎁🎂 एक साल का साथ, कई साल का वादा!

ठीक एक साल पहले, आज ही के दिन, RT डॉक्यूमेंट्री ने अपनी पहली पोस्ट की थी। इस एक साल में हमने पूरी लगन और मेहनत के साथ हिन्दी भाषा की सबसे सर्वश्रेष्ठ डॉक्यूमेंट्री फिल्में आप तक पहुंचाईं।

इन डॉक्यूमेंट्री फिल्मों के ज़रिये, हमने न केवल रूस के लिए अपने प्यार को आप तक पहुंचाया, बल्कि दुनिया भर से जुड़ी दिलचस्प और प्रेरणादायक कहानियां भी आपको दिखाईं।

एक साल बाद, हमें इस बात की बेहद खुशी है कि दुनिया भर से हज़ारों लोग हमारे साथ जुड़ रहे हैं, हमें फ़ॉलो कर रहे हैं। जिसके लिए हम सच्चे दिल से आपका आभार व्यक्त करना चाहते हैं ।

हम वादा करते हैं कि शानदार कंटेंट के ज़रिये, जीवन और दुनिया के एक अनोखे सफर पर चलने का ये सिलसिला, यूं ही चलता रहेगा।

@RTDocumentary_India के साथ जुड़ने के लिए धन्यवाद 🙏
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🐻 नखरीला भालू!

कैमरे पर कैद! जैसा कि आप देख सकते हैं, इस प्यारे से भालू के खाने-पीने के बहुत नखरे हैं, जो हमें इसकी खाने की पसंद जानने के लिए उत्सुक कर देता है।

क्या आप इन आकर्षक प्राणियों के जीवन और खाने की पसंद के बारे में और जानना चाहेंगे? हमारी नई डॉक्यूमेंट्री फिल्म देखें जो हवाई अड्डे के पास रहने वाले एक अनोखे भालू के जीवन की अद्भुत कहानी बताती है। इस भालू की एक इंसान के साथ गहरी दोस्ती और कभी न मिटने वाली भूख (जानिए कि एक दिन में ये कितने किलो फल खाता है!) के बारे में बताते हुए ये फिल्म इस भालू के व्यवहार, इंसानों के साथ उसके अटूट रिश्ते और कई अन्य अतरंगी विशेषताओं पर नज़र डालती है।

दोस्ती और दावत की इस मनोरम कहानी को देखना न भूलें!

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💉 👨‍⚕️ वो शख्स जिसने भारत को दो महामारियों की वैक्सीन दी!

एक सदी पहले, दुनिया विनाशकारी हैजा और प्लेग महामारी से जूझ रही थी। कलकत्ता शहर को भी इस कठिन चुनौती का सामना करना पड़ रहा था। उस समय, भारतीय स्वास्थ्य बुनियादी ढांचा इन प्रकोपों से निपटने के लिए तैयार नहीं था। जिसके कारण कई लोगों की मौत हुई और देश का बड़ा नुकसान हुआ। लेकिन वाल्देमर मोर्दकै वोल्फ हाफकिन नाम के रूसी जीव विज्ञानी थे जो अपने टीके के साथ जीवन रक्षक के रूप में सामने आए। हाफकिन की यात्रा प्रयोगशाला से परे चुनौतियों से भरी थी।

स्थानीय समुदायों को इस टीके की ज़रूरत और सुरक्षा को समझाने में जटिल चुनौतियां सामने आईं। लेकिन हाफकिन ने एक साहसी दृष्टिकोण के साथ इसका सामना किया। आइये हम, इस रूसी जीव विज्ञानी के जीवन, चुनौतियों और विजय का पता लगाते हैं जिनके योगदान ने भारत में दो प्रमुख महामारियों के दौरान अनगिनत लोगों की जान बचाई।

हाल ही में हुई कोरोना माहामारी के परिणाम, और सबसे कमज़ोर वर्ग लोगों पर उसके असर के बारे में ज़रूर देखिए हमारी डॉक्यूमेंट्री ज़हरीला कचरा देखें!


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🖨 प्रिंटर से निकला ऑफिस!

भारतीय तकनीक और इनोवेशन की एक शानदार मिसाल बेंगलुरु में सामने आई है। शहर में देश का पहला “3D प्रिंटेड पोस्ट ऑफिस” खुला है। केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बेंगलुरु के कैम्ब्रिज लेआउट में स्थित भारत के इस महत्वपूर्ण मील के पत्थर को देश को समर्पित किया। इस पोस्ट ऑफिस के आर्किटेक्चर को IIT मद्रास ने मंज़ूरी दी है। प्रधानमंत्री मोदी ने भी इसकी खूब सराहना की।

🌍 रुख करते हैं स्थानीय इनोवेशन से वैश्विक उत्कृष्टता की ओर। प्रौद्योगिकी के चमत्कार लगातार हैरान कर रहे हैं। 🚗 जैसे रूस की आलीशान ऑरूस सेनात लिमोज़ीन, जो विशेष रूप से राष्ट्रपति पुतिन के लिए तैयार की गई थी। क्या आप विश्व-स्तरीय इंजीनियरिंग और डिज़ाइन में रुचि रखते हैं? हमारी विशेष डॉक्यूमेंटरी 'पुतिन की कार' ज़रूर देखें, जहां समृद्धि और प्रौद्योगिकी एक साथ देखने को मिलेगी।

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🌍️🎟 मंगल ग्रह का एकतरफा टिकट!

चंद्रमा पर लैंडिंग और खोज के बारे में हो रही चर्चाओं के बीच बहुत से लोग अंतरिक्ष में जीवन का अनुभव लेने और उसके बारे में जानकारी जुटाने के लिए बेकरार हैं। ये एक ऐसे इंसान की कहानी है जो चीज़ों को बिल्कुल नए स्तर पर ले गईं।

मिलिए रूस की दिलेर महिला, अनास्तासिया से। इस बेबाक महिला को मार्स-1 मिशन के लिए चुना गया। वो मंगल ग्रह की एकतरफा यात्रा के लिए सब कुछ छोड़ने को तैयार हैं।

परिवार और दोस्तों के विरोध का सामना करते हुए, उनका दृढ़ विश्वास उन्हें एक असाधारण रास्ते की ओर ले गया। उन्हें 'लाल ग्रह' से इतना लगाव क्यों है? उन्हें क्यों लगता है कि सिर्फ मंगल ग्रह पर ही उनके सपने सच हो सकते हैं?
जानिए इस दमदार कहानी को हमारी डॉक्यूमेंट्री में।

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🌍 ब्रिक्स: नए भविष्य का नया रास्ता! 🌍

ब्राज़ील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ़्रीका के प्रमुख 22 से 24 अगस्त तक BRICS सम्मेलन के लिए जोहान्सबर्ग में एकत्रित होंगे। पूरी दुनिया की उम्मीद भरी नज़रें उन पर टिकी होंगी। 34 देशों ने इस आयोजन में शामिल होने की पुष्टि की है, वहीं 23 नए देशों ने इस गठबंधन का सदस्य बनने का आवेदन दिया है।

BRICS उभरते बाज़ारों और विकासशील देशों के प्रतिनिधित्व को बढ़ाने की आशा करते हुए वैश्विक शासन को पुनः परिभाषित करना चाहता है। न्यू डेवलपमेंट बैंक (NDB) के साथ अर्थव्यवस्था को डॉलर मुक्त करने की बातचीत से लेकर, मौजूदा पश्चिमी संस्थानों के विकल्पों पर चर्चा होगी। ब्रिक्स का लक्ष्य नए भविष्य का नया रास्ता दिखाना है। अधिक जानकारी के लिए देखें हमारा इन्फोग्राफिक!

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क्या आप जानते हैं?

सामाजिक-राजनीतिक फिल्मों के अलावा प्रख्यात निर्देशक सत्यजीत रे कई डॉक्यूमेंट्री भी बना चुके हैं। सत्यजीत रे ने रवींद्रनाथ टैगोर, भरतनाट्यम, एक अंधे कलाकार बिनोद बिहारी मुखर्जी और अपने पिता के जीवन पर भी डॉक्यूमेंट्री बनाईं। हम भी सत्यजीत रे की तरह ही डॉक्यूमेंट्री फिल्में बनाते हैं! हमारे साथ बने रहिए और हर मंगलवार एक नई डॉक्यूमेंट्री ज़रूर देखिए।

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🌍️अंतरिक्ष तक पहुंचने की होड़!

चंद्रयान, गगनयान, लूना, SpaceX... एक भी दिन ऐसा नहीं जाता जब हम अंतरिक्ष से जुड़ी खबरें न पढ़ते हों। फाइनल फ्रंटियर हमारी रोज़मर्रा की ज़िन्दगी का एक अहम हिस्सा बन गया है, इसलिए इस हफ्ते हमने आपके मनोरंजन के लिए हमारी अंतरिक्ष संबंधित फिल्मों की एक सूची तैयार की है!

अंतरिक्ष के रहस्यों, अद्भुत तकनीकों के विकास और आधुनिक अंतरिक्ष यात्रा के अनोखे मिशनों के बारे में जानिए। तो चलिए ले चलें आपको तारों के पार, एक बेमिसाल यात्रा पर। पेश करते हैं आपके लिए हमारी अंतरिक्ष संबंधित डॉक्यूमेंट्री फिल्में:

1. सितारों की ओर
2. मंगलमय यात्रा
3. शीत युद्ध के हथियार। मिग लड़ाकू विमान।
भाग 1
भाग 2


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🇮🇳 🤝 🇷🇺 जब भारतीय "आवारा" ने रूसियों का दिल जीता

क्या एक फिल्म किसी विशेष देश से संबंधित होती है? या ये उसकी बोली जाने वाली भाषा के आधार पर पहचानी जाती है?
खैर, इसकी खासियत इसकी जड़ में नहीं, बल्कि इससे आपके ज़िंदगी पर पड़ने वाले असर में है। यहां ये कहानी है एक दिल छू जाने वाली फिल्म की, जिसमें हिंदी फिल्म दुनिया की एक महान हस्ती शामिल है, फिल्म 'आवारा' ने पूरे देश में धूम मचा दी। इसने रूसी फिल्म प्रेमियों के दिल में एक अहम जगह बनाई।

जानें बहुत कुछ बस एक मिनट में!

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🇷🇺रूसी राष्ट्रीय ध्वज दिवस

रूसी राष्ट्रीय ध्वज दिवस पर जानें रुसी झंडे के तीन रंगों का मतलब:

सफ़ेद रंग शांति का प्रतीक है,
🟦️️ नीला वफ़ादारी का प्रतीक है,
🟥️️ लाल बहादुरी का प्रतीक है।

आज जो झंडा रूस की पहचान है वो सोवियत संघ के पतन के बाद अस्तित्व में आया था। इससे पहले, सोवियत संघ का झंडा पूरे लाल रंग का हुआ करता था जिस पर हंसिया और हथौड़ा बना हुआ था। सिर्फ झंडा ही नहीं, 1991 में रूस में कई और चीज़ें भी बदली थी।

हमारी डाक्यूमेंट्री में आधुनिक रूस में आए हुए बदलावों और उसके उद्भव की दिलचस्प कहानी को जानिए!

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🇷🇺 किस रूसी शहर ने छोड़ा पेरिस को भी पीछे?

मॉस्को से लगभग 400 किमी दूर स्थित रूसी शहर निज़नी नोवगोरोद, यूरोप के लिए नंबियो के वर्तमान जीवन गुणवत्ता सूचकांक में उभर कर सामने आया है, क्योंकि इस शहर ने लंदन, पेरिस और रोम को भी पीछे छोड़ दिया है! मतलब समझे? ये इन शहरों से ज़्यादा रहने लायक शहर बन चुका है!

निज़नी नोवगोरोद रूस के प्रमुख शैक्षिक, सांस्कृतिक और पर्यटक आकर्षण के केन्द्रों में से एक है। और आज ये यूरोप के कई मशहूर शहरों से ज़्यादा रहने लायक बताया जा रहा है। लेकिन अगर आप अभी तक निज़नी नोवगोरोद में रहने के लिए तैयार नहीं हैं तो फिक्र न करें, फिलहाल के लिए हम आपको अपनी अगली छुट्टियों में रूस घूमने के लिए प्रेरित करते हैं! रूस में कहां जाएं, क्या-क्या देखें, और क्या-क्या करें, और भी बहुत कुछ जानने के लिए देखे हमारी दिलचस्प डॉक्यूमेंट्री "85 रोमांच"!

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